रायपुर। छत्तीसगढ़ के अलग-अलग जगहों पर बीते दिनों में अंधविश्वास और जादू-टोने के शक में 1 नाबालिक और 2 महिलाओं की हत्या कर दी गई. अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के अध्यक्ष डॉ दिनेश मिश्र ने इन हत्याओं की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि कोई भी नारी या महिला डायन, चुड़ैल या टोन्ही नहीं होती. यह सब अंधविश्वास है.
उन्होंने कहा कि इन मामलों में दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए. समिति इन सभी मामलों में प्रवास कर प्रताड़ित परिवारों से मिलेगी और ग्रामीणों को जागरूक करेगी. डॉ. दिनेश मिश्र ने बताया कि कांकेर से अंधविश्वास का मामला सामने आया है. यहां ग्राम ढकुना के एक व्यक्ति तुलसीराम ने जादू-टोने के शक में 17 वर्षीय नाबालिग लड़की मीनाक्षी मरकाम की कुल्हाड़ी से काट काट कर हत्या कर दी दिया.
इतनी कम उम्र की टोनही प्रताड़ना में हत्या का यह प्रदेश में पहला मामला है. दूसरे मामले में महासमुंद के पास ग्राम सनबाहली में जादू टोना करने का आरोप लगाते हुए एक 75 वर्षीय वृद्ध महिला सनमेत कश्यप की उसके ही पड़ोस में रहने वाले संतोष मांझी ने टांगिया से काट कर हत्या कर दी. जानकारी मिली है कि आरोपी संतोष मांझी की पत्नी की मृत्यु कुछ समय पूर्व बीमारी के कारण हो गई थी पर वह अपनी पड़ोसी सनमत पर टोनही होने का शक करता था. इसी शक में उसने सनमत की हत्या कर दी.
तीसरा मामला 14 मई का है जिसमें दंतेवाड़ा के कटेकल्याण थाना क्षेत्र के मारजूम में एक वृद्ध हिडमा पोडियामी की जादू टोने के शक में उसके ही पड़ोसियों ने कुल्हाड़ी से हत्या कर दी. डॉ. मिश्र ने कहा हर व्यक्ति की समस्या और उसके कारण अलग-अलग होते हैं जिनका समाधान तर्कसंगत उपाय से किया जा सकता है.
जादू टोने जैसी मान्यताओं का कोई अस्तित्व ही नहीं है, इस लिए तथाकथित जादू टोने से ना ही कोई व्यक्ति किसी को भी मार कर सकता है, न ही किसी को परेशानी में डाल सकता हैं और न ही किसी व्यक्ति का किसी प्रकार से फसल आदि का कोई नुकसान कर सकता है, जादू टोने, टोनही, डायन की मान्यता सिर्फ अंधविश्वास है.
जिसका का कोई अस्तित्व नहीं है, और इस प्रकार के शक या सन्देह में किसी भी महिला को प्रताड़ित करना उसके व उसके परिवार के साथ मारपीट करना, उसको जान से मारना अनुचित, क्रूर और अपराधिक है .ग्रामीणों को इस प्रकार के अंधविश्वास में नहीं पड़ना चाहिए . डॉ मिश्र ने प्रशासन मांग की है कि इस मामले में तुरंत कार्यवाही की जाए तथा आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा मिले ताकि भविष्य में कोई भी व्यक्ति इस प्रकार की अनुचित हरकत करने की चेष्टा ना कर सके.समिति इन सभी मामलों में ग्रामीणों से मिलेगी और जागरूक करेगी.